देश24 न्यूज:
रायपुर. छत्तीसगढ़ कांग्रेस दफ्तर में स्थानीय नेताओं की बदसलूकी से नाराज कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोआर्डिनेटर रहीं राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा पोस्ट करते हुए लिखा है, 'आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं और अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं। हां मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रहीं हूं। अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी।' वहीं प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, राधिका मेरी छोटी बहन जैसी है, उन्हें मेरी शुभकामनाएं।
राधिका खेड़ा के इस्तीफे के बाद अब यह अटकलें तेज हो गई हैं कि, वे बीजेपी ज्वाइन कर सकती हैं। सोशल मीडिया एक्स पोस्ट के माध्यम से दिए गए इस्तीफे में राधिका खेड़ा ने लिखा है- आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है। हिरण्यकश्यप से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण हैं। वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं। हर हिंदू के लिए प्रभु राम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और राम लल्ला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है, वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। बताते चलें कि राधिका खेड़ा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं के बीच विवाद हुआ था। मामला गुजरे मंगलवार का है, जब मीडिया में बयान देने को लेकर नेताओं में विवाद हो गया। कहा जा रहा है कि रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में राधिका खेड़ा स्थानीय नेताओं और प्रवक्ताओं के साथ मौजूद थीं, विवाद तभी हुआ। अटकलें हैं कि राधिका भाजपा ज्वाइन कर सकती हैं।
मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए, जहां एनएसयूआई से लेकर एआईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में राम लल्ला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई। मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया। मैंने हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया। प्रभु श्री राम की भक्त व एक महिला होने के नाते मैं बेहद आहत हूं। बार-बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला, इससे आहत होकर मैंने आज यह कदम उठाया है।
इस्तीफे के बाद राधिका खेड़ा ने किया बड़ा खुलासा:
कांग्रेस से अपने इस्तीफे पर कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक राधिका खेड़ा का कहना है, राम लला की जन्मस्थली श्री अयोध्या धाम हम सभी के लिए बहुत पवित्र स्थान है और मैं खुद को वहां जाने से नहीं रोक सकी। लेकिन मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था। मेरे वहां जाने पर मुझे इतना विरोध झेलना पड़ा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया, मुझे वहां धकेल दिया गया और कमरे में बंद कर दिया गया, मैं छोटे से लेकर बड़े से बड़े नेतृत्व तक चीखती-चिल्लाती रही , लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला। आज मैंने अपने पार्टी पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि रामलला मुझे न्याय जरूर देंगे।
सुशील आनंद ने कहा- राधिका मेरी छोटी बहन जैसी है...
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रही है तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने प्रतिक्रिया दी है। सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मैंने अपनी बात पार्टी नेतृत्व के समक्ष रख दी है। आरोप लगाना मेरी फितरत नहीं है और सफाई मैंने पार्टी नेतृत्व को दे दी है। राधिका मेरी छोटी बहन जैसी थी, है और रहेगी। वो जहां भी रहेगी, मेरी शुभकामनाएं उसके साथ है।
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