देश24 न्यूज:
राजनांदगांव। गत दिनों छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिला में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय, डोंगरगढ़ के पूर्व छात्रों ने अपनी सेवा एवं सहयोग की भावना रखते हुए पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय डोंगरगढ़ के लिए समरसेबल पंप एवं पाइप भेंट कर नवोदय विद्यालय के अपने छोटे भाई-बहनों की पेयजल की समस्या का समाधान कर एक मिशाल कायम किये है।
इस मौके पर उपस्थित संस्था के प्राचार्य डॉ. रूपेंद्र सिंह, उप प्राचार्य संजय कुमार मंडल, व्यायाम शिक्षिका उमादेवी धुर्वे, इति मरावी, अनिल कुमार पाल, रितेश प्रधान, घनश्याम प्रसाद, जीतू ठाकुर, जितेंद्र घस्ले, अवध मारण, रामकुमार चंद्रा, अशोक बिसेन एवं सभी बच्चे उपस्थित थे। नवोदय के भूतपूर्व विद्यार्थियों ने अपने छोटे भाई-बहनों की पानी की समस्या का समाधान किया और समरसेबल पंप और पाइप विद्यालय को भेंट स्वरूप दिया।
इसके पूर्व नवोदय के अनमोल रतन भूतपूर्व विद्यार्थी सुधीर गोलछा ने पेयजल उपलब्ध करवाया और एक जल घर बना कर दिया पानी के लिए छात्र टिकेश्वर नेताम नवोदय के कुछ विद्यार्थियों ने पालक प्रतीक्षालय बना कर दिया। नवोदय के भूतपूर्व छात्र सुधीर गोलछा ने अपने सहयोगी साथियों के साथ गीजर भी उपलब्ध करवाया। डोंगरगढ़ के भूतपूर्व छात्र सदेव इन छात्रों के लिए हेल्प करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
उपप्राचार्य संजय कुमार मंडल ने बताया कि जब भी सुरेश तिवारी, सुधीर गोलछा, आलोक कलचुरी, सुषमा एवं भीषम ठाकुर को कोई भी समस्या बताई जाती है, तो तत्काल समस्या का समाधान कर देते हैं। उपप्राचार्य संजय कुमार मंडल ने बताया कि हम इन भूतपूर्व छात्रों को नहीं पढ़ायें है तथा हमारे इस संस्था में आने से पूर्व अपनी पढ़ाई पूरी कर इस संस्था से विदा ले चुके थे तथा राज्य शासन के अधिकारी-कर्मचारी बन चुके थे। राज्य के शासकीय अधिकारी-कर्मचारी बन जाने के बाद भी इन भूतपूर्व छात्रों का इस संस्था एवं यहाँ के शिक्षकों के प्रति सम्मान की भावना बनी हुई है। ये हमारे लिए बड़ी गौरव एवं सम्मान की बात है। भूतपूर्व इन छात्रों के सेवा एवं समर्पण की भावना से इस संस्था के वर्तमान छात्र काफी प्रभावित हुए है। आने वाले समय में ये छात्र भी भूतपूर्व छात्रों का अनुकरण कर नया इतिहास रचेंगे। जिससे नवोदय विद्यालय का भविष्य सुनहरा होगा।
संस्था की ओर से उपप्राचार्य श्री मंडल ने भूतपूर्व छात्रों सुरेश तिवारी, आलोक कलचुरीएमैडम सुषमा, शैलेन्द्र, संतोष चौधरी, संस्कृति कुर्रे ठाकुर, धीरज वर्मा, दीपक झा, मोहन झा, प्रज्ञा रत्ना, योगराज, आत्मा राम, पुरुषोत्तम नुपूर, संजय, हेम कुमार सत्यश्री, उमेश, शैलेन्द्र रामटेके, वीरेन्द्र, गोपी कृष्ण सहित समस्त दानवीर भूतपूर्व छात्रों का आभार किया है।