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राजनांदगांव। ओबीसी महासभा प्रदेश इकाई के आव्हान व ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी राधेश्याम, प्रदेश कोषाध्यक्ष महावीर कलिहारी, प्रदेश महासचिव एवं अधिवक्ता महेन्द्र वर्मा, सहसचिव पुनेश्वर देवांगन एवं मनसुखदास साहू, बालोद ब्लाक अध्यक्ष पवन साहू की उपस्थिति में राजनांदगांव जिला ओबीसी महासभा के अध्यक्ष अधिवक्ता नरेश गंजीर व महिला अध्यक्ष श्रीमती कांति मौर्य के नेतृत्व में ऊर्जावान कार्यकर्ताओं एवं सभी ओबीसी समाज के जिला अध्यक्षों, ब्लाक अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों के द्वारा दिनांक 30 सितंबर को सांय 5.30 बजे मशाल रैली के साथ जय स्तंभ चौक राजनांदगांव से प्रारंभ कर मानव मंदिर चौक, गुरूद्वारा चौक होते हुए जीई रोड़ चलते हुए भदौरिया चौक से कलेक्टर कार्यालय जाकर कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी अतुल विश्वकर्मा को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें ओबीसी समाज में से साहू समाज के जिला अध्यक्ष भागवत साहू, देवांगन समाज के नगर अध्यक्ष दयावान देवांगन, लोधी समाज के शहर अध्यक्ष चेतन वर्मा, यादव समाज के संरक्षक शीलू यादव, निषाद समाज के संरक्षक विजय लाल निषाद, गडरिया पाल समाज के जिला अध्यक्ष खिलेश्वर पाल, सिन्हा कलार समाज के संरक्षक दीपक ड़डसेना, लोहार विश्वकर्मा समाज के जिला अध्यक्ष राधेलाल विश्वकर्मा, नगर साहू समाज के अध्यक्ष कुलेश्वर दास साहू, अधिवक्ता प्रकोष्ठ के संयोजक भागवत साहू, लक्ष्मीकांत साहू, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष सुदेश टीकम, मदन साहू, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के जिला अध्यक्ष मनीष देवांगन, जोहार पार्टी के शहर अध्यक्ष लेखू साहू, महेश कुमार यादव, इंजी. जीआर देवांगन, छगन साहू, नरेंद्र विश्वकर्मा शिवशंकर, संदीप कोलहटकर, प्रहलाद फुले, वासुदेव, कुंती साहू, दिलेश्वरी रावटे, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के हुकुमचंद बांधे सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हुए। ओबीसी समाज के लिए दो प्रमुख मांगों जिसमें से छत्तीसगढ़ में 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने एवं ओबीसी समाज का राष्ट्रीय जनगणना कराने का, आजाक्स राजनांदगांव के प्रमुख डॉक्टर प्रोफेसर केएल टांडेकर, सिद्धार्थ चौरे, श्री अनोखे अपने पदाधिकारियों सहित प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होकर ओबीसी महासभा को समर्थन देते हुए सभा को संबोधित किया।
ओबीसी समाज के ऊर्जावान कार्यकर्ताओं ने हाथों में मशाल लेकर अजा, अजजा एवं पिछड़ा वर्ग पर हो रहे अत्याचार व हिंसा को रोकने तथा अपने 21 सूत्रीय मांगों की तख्ती लेकर जय ओबीसी-जय संविधान, सारे अजा-अजजा व ओबीसी एक समान, ओबीसी जनगणना कराना होगा, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को 27 प्रतिशत आरक्षण विधेयक में हस्ताक्षर करना होगा, आदि मांगों की नारे व जयकारे के साथ भारी से भारी संख्या में चलकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।